रीवा। लगातार हो रही बारिश की वजह से बीहर नदी(Beehar River) का जलस्तर लगातार बढ़ रहा था। शहर में डेंजर से जोन से करीब एक मीटर नीचे जलस्तर आने के कारण नदी के दोनों किनारों में बाढ़ की आशंका जताई जा रही थी। इस कारण जिला प्रशासन ने बाणसागर बांध (Bansagar Dam) प्रबंधन से चर्चा कर बांध से रीवा की ओर आने वाले पानी को रुकवा दिया है। इस कारण झिन्ना(Jhinaa) और सिलपरा (silpara) में विद्युत उत्पादन इकाइयां भी बंद हो गई हैं।
nपूर्व में शहर में तेज बारिश होने की वजह से बीहर नदी का जलस्तर बढ़ चुका है और शहर के कई मोहल्लों में बाढ़ आ चुकी है। इस कारण पहले से ही प्रशासन अलर्ट पर रहा है और समय से पहले ही नदी में बाहर से आने वाले पानी को रोका गया है। बीहर नदी का जलस्तर मेंटेन करने के लिए बीहर बराज से भी फुल भरने से पहले पानी छोड़ दिया गया था ताकि रीवा (rewa) में नदी का जलस्तर बढऩे नहीं पाए। रविवार को बारिश भी रुकी रही जिसकी वजह से नदी का जलस्तर सामान्य हो गया है। बारिश का अलर्ट जारी होने की वजह से शहर में बीहर नदी और तराई अंचल में टमस नदी के जलस्तर पर निगरानी रखी जा रही है।
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nछह लाख यूनिट बिजली का नुकसान
nझिन्ना और सिलपरा के प्लांट में बिजली उत्पादन बंद होने की वजह से हर दिन करीब छह लाख यूनिट बिजली का नुकसान हो रहा है। इनदिनों बाणसागर बांध से पर्याप्त पानी आ रहा था, जिसकी वजह से बिजली उत्पादन भी ठीक हो रहा था। बाणसागर बांध से नहर के जरिए आने वाले पानी से दोनों प्लांटों में उत्पादन होता रहा है। वही पानी फिर बीहर नदी में छोड़ दिया जाता है, जिससे सिरमौर में भी बिजली बनाई जाती है। अब बाणसागर का पानी बंद करने से दोनों प्लांटों में उत्पादन बंद हो गया है। सिरमौर में फिलहाल नदी के पानी से उत्पादन हो रहा है।
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– इको पार्क को बचाने बिजली का कराया जा रहा नुकसान
nरीवा शहर में बीहर नदी के टॉपू पर इको पार्क बनाया गया है। इसका जल्द ही लोकार्पण भी कराने की तैयारी है। पूर्व में निर्माणाधीन यह पार्क बह चुका है। जिसमें लगाया गया बड़ा झूला पुल (hanging brize) भी टूट चुका है। इस कारण बीहर नदी में बढ़ता जलस्तर इस इको पार्क के लिए खतरा माना गया है। संयुक्त किसान मोर्चा के जिला संयोजक शिव सिंह ने कहा है कि प्राकृतिक स्थल में जबरिया निर्माण से इको पार्क को खतरा है।
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यह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल के नेताओं ने करीबी ठेकेदारों का नुकसान बचाने के लिए बीहर में आने वाला बाणसागर का पानी रुकवाया है। जिसकी वजह से बिजली उत्पादन सिलपरा और झिन्ना में प्रभावित हो रहा है। शिव सिंह (Shiv Singh) ने कहा कि वह पहले भी प्रशासन से मांग करते रहे हैं कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में केवल पौधरोपण कराया जाए लेकिन जबरदस्ती निर्माण कराने से करोड़ों रुपए का नुकसान होगा। उन्होंने सवाल उठाया है कि हर दिन करीब 50 लाख रुपए का नुकसान हो रहा है, इसकी भरपाई कौन करेगा। इको पार्क का प्रोजेक्ट रद्द किया जाना चाहिए।
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हमारी मशीनरी में कोई खराबी नहीं है, प्रशासन ने बीहर नदी के बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए बाणसागर बांध का पानी बंद कराया है। नदी का जलस्तर शहर में बाढ़ की वजह बन सकता था। झिन्ना और सिलपरा के प्लांट में साढ़े पांच से छह लाख यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा था। प्रशासन के इनपुट के बाद पानी फिर से छोड़ा जाएगा।
nएचएस तिवारी, अधीक्षण अभियंता टीएचसी
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